September 04, 2024
उपयोग के बाद की सावधानियां …(Precautions after use)

वर्तमान समय में किसान अपनें खेती में विभिन्न आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपना उत्पादन बढ़ा रहा है जिसमें मुख्य रूप से उन्नत बीज, रासायनिक खाद, आधुनिक सिंचाई तकनीक, उन्नत फसल संरक्षण तकनीक एवं वैज्ञानिक उत्पादन तकनीक आदि अपघटो को किसान अपना रहा है और अधिक मुनाफा कमा रहा है।
इन सभी अपघटो में फसल संरक्षण का महत्वपूर्ण योगदान है क्योंकि फसलों में विभिन्न प्रकार के रोग एवं कीट लगते है जिससे कभी-कभी संपूर्ण फसल का भी नुकसान हो जाता है।
इन सभी समस्यों के निदान के लिए किसान विभिन्न प्रकार के कृषि रसायन जैसे-कीटनाशी, फूंदनाशी, शाकनाशी आदि का उपयोग करते है। जो बहुत ही घातक रसायन होते है। इन रासायनिक दवाओं को असुरक्षित ढंग से उपयोग करने से उपयोगकर्ता के स्वास्थ पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है।
इसीलिए इनका सुरक्षित उपयोग करना चाहिए तथा समेकित कीट एवं रोग प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए तथा रसायनों को खरीदते समय उसके उपयोग एवं रखरखाव के बारे में जरूर जानकारी रखना चाहिए। कृषि रसायनों का सुरक्षित उपयोग एवं रखरखाव के लिए निम्न दिशा निर्देशो का पालन करना चाहिए-
दवाई छिड़कनें के बाद तुरंत नहाना चाहिए
दवाई छिड़कनें के बाद तुरंत नहाना चाहिए तथा कपड़ों को साबुन से अच्छी तरह धोना चाहिए। । दवाई छिड़कनें के बाद कभी भी बची हुई दवाई को स्प्रेयर या डस्टर में ना छोड़े उसे अच्छे से साबुन या डिटर्जेंट से धोकर रखें।
दवाई के खाली डिब्बों को खेत में ही जलाकर नष्ट कर दें तथा उन्हें खाद्य सामाग्री तथा पानी रखने के लिए इस्तेमाल न करें। ।
दवाई छिड़काव के बाद फसलो की तुड़ाई के लिए प्रतिक्षा अवधि का पालन करें तथा दवाई का असर कम होनें पर ही तुड़ाई करें।